हीबा नवाबः भाग बकूल भाग
‘‘उत्सव आपको परिवार के करीब लाते हैं और मेरे लिए तो इनका मतलब और भी खास है। भोजन, प्रार्थना और लोग खुशियों में चार चांद लगाते हैं। इस बार जब मैंने अपने पिता के कस्बे में होने की सुनी मेरी खुशी और रोमांच का कोई ठिकाना नहीं रहा। उम्मीद है कि मैं उनके साथ मिलकर खुशियां मनाऊंगी। हालांकि ईद मेरे लिए हमेशा बहुत पारिवारिक उत्सव रहा है। इस साल, मुझे उम्मीद है कि भाग बकूल भाग के सेट पर मैं अपने छोटे पर्दे के परिवार के साथ ईद मनाऊंगी। मैंने धारावाहिक की पूरी टीम के लिए स्वादिष्ट शीर-कोरमा पकाने की योजना बनाई है ताकि वे ईद के दिन वह पावन स्वाद ले सकें।’’
अयूब खानः शक्ति .. अस्तित्व के अहसास की
‘‘मैं हर साल अपने परिवार के साथ ईद मनाना चाहता हूं लेकिन प्रायः पेशेवर प्रतिबद्धताओं के कारण ऐसा नहीं कर पाता। इस साल, मैं अपनी बेटियों को होलीडे पर ले जाना चाहता हूं और बेहद खास और अनूठे ढंग से उसके साथ ईद मनाना चाहता हूं क्योंकि मेरे लिए ईद का यही मतलब है।’’
सहबान अजिमः उडान
‘‘ईमानदारी से कहूं तो पिछले कुछ दिनों से मुझे घर की बहुत याद आ रही है। और ईद पर घर जाने और पूरे परिवार के साथ खुशियां मनाने से बेहतर और भला क्या हो सकता है। मैं पिछले 2 साल से उनके साथ ईद नहीं मना पाया इसलिए 3 दिन घर रहने के दौरान इस बार मुझे उम्मीद है कि यह ईद मेरे बहुत खास होगी। मैंने अपनी माँ के साथ भी समय बिताने की योजना बनाई है। उसे खरीदारी करवाने और बाहर भोजन कराने में खूब आनंद आएगा। घर जाने और अपने प्यारों और चाहने वालों के साथ ईद मनाने के लिए अब मुझसे इंतजार नहीं होता।’’
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