ओडिशा के KIIT में नेपाली छात्रा की आत्महत्या: नेपाल के प्रधानमंत्री का हस्तक्षेप, छात्रों का विरोध प्रदर्शन

नई दिल्ली,18 फरवरी। ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) में बीटेक तृतीय वर्ष की नेपाली छात्रा प्रकृति लामसाल ने रविवार को अपने हॉस्टल में आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद कैंपस में तनाव व्याप्त हो गया, विशेषकर नेपाली छात्रों में, जिन्होंने विरोध प्रदर्शन किया। मृतक छात्रा के चचेरे भाई ने आरोप लगाया है कि संस्थान का ही एक छात्र उनकी बहन को ब्लैकमेल कर रहा था, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया। पुलिस ने आरोपी छात्र को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

नेपाल के प्रधानमंत्री का हस्तक्षेप

घटना की गंभीरता को देखते हुए नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने नई दिल्ली स्थित नेपाली दूतावास से दो अधिकारियों को ओडिशा भेजने का निर्देश दिया है, ताकि वे प्रभावित छात्रों की काउंसलिंग कर सकें और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें। प्रधानमंत्री ओली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे छात्रों के पास छात्रावास में रहने या घर लौटने का विकल्प हो।”

संस्थान की प्रतिक्रिया और छात्रों का विरोध

मृतक छात्रा की आत्महत्या के बाद, KIIT प्रशासन ने नेपाली छात्रों को कैंपस छोड़ने का निर्देश दिया, जिससे छात्रों में और अधिक आक्रोश फैल गया। कई छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें जबरन बसों में बैठाकर कटक और भुवनेश्वर रेलवे स्टेशनों पर छोड़ दिया गया, जबकि उनके पास यात्रा के लिए उचित व्यवस्था नहीं थी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में विश्वविद्यालय के अधिकारी छात्रों से बहस करते और उन्हें तुरंत परिसर छोड़ने के लिए कहते हुए दिखाई दे रहे हैं।

भारतीय दूतावास और ओडिशा सरकार की प्रतिक्रिया

काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने छात्रा की दुखद मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है और पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है। दूतावास ने ओडिशा सरकार और KIIT प्रशासन के साथ संपर्क स्थापित किया है ताकि मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जा सके और नेपाली छात्रों की सुरक्षा और भलाई को ध्यान में रखा जा सके। ओडिशा के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने कहा कि राज्य सरकार ने हस्तक्षेप करते हुए संस्थान से नेपाली छात्रों के खिलाफ उठाए गए कदमों को वापस लेने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, “भारत का नेपाल के साथ गहरा रिश्ता है, और हम इस मामले को अत्यंत गंभीरता से ले रहे हैं।”

वर्तमान स्थिति

संस्थान ने अब नेपाली छात्रों से वापस लौटने और अपनी कक्षाएं पुनः शुरू करने की अपील की है। कैंपस में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है, और मामले की जांच जारी है। इस घटना ने नेपाल और भारत के बीच शैक्षिक और सांस्कृतिक संबंधों पर भी प्रभाव डाला है, जिससे दोनों देशों के अधिकारियों को संवेदनशीलता और सतर्कता के साथ मामले को संभालने की आवश्यकता है।

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