आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों को एक्सपायरी चॉकलेट को खाने से बिगड़ी तबीयत

नूंह
हरियाणा के नूंह में एक आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों को एक्सपायरी चॉकलेट बांटी गई। एक्सपायरी चॉकलेट को खाने से बच्चों की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। बीमार बच्चों में से 3 की हालत गंभीर बताई जा रही है, उन्हें उल्टियां हो रही है। बच्चों के बीमार होने पर परिजनों ने आंगनबड़ी केंद्र पर पहुंचकर हंगामा किया।

हंगामा होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने एक्सपायरी डेट के प्रोटीन मिल्क बार (चॉकलेट) की पैकिंग को कब्जे में लेकर उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराया। जांच में पता चला है कि चॉकलेट करीब डेढ़ महीने पहले सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रोटीन मिल्क बार (चॉकलेट) की सप्लाई आई थी, जिसको लगभग सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ओर से वितरित किया जा चुका है। लेकिन कुछ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा उनको वितरित नहीं किया गया।

पोषण आहार में किया बदलाव
गौरतलब है कि हाल ही में आंगनबाड़ी में केंद्रों में नौनिहालों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखने के उद्देश्य से सर्दियों में कुछ मेन्यू पोषण आहार में बदलाव किए गए थे, जिनमें से एक प्रोटीन मिल्क बार को भी शामिल करना भी था। लेकिन नूंह जिले के पुन्हाना खंड के गांव जालिका में ये चॉकलेट के पैकेट उस समय नौनिहालों के लिए खतरा बन गए, जब इन्हें खाकर बच्चों की तबीयत अचानक खराब होने लगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से एक्सपायरी डेट के प्रोटीन मिल्क बार बच्चों और महिलाओं को बांट दिए गए।

कुछ महिलाओं के शरीर पर भी हुआ इन्फेक्शन
गांव जालिका के रहने वाले फौजी शमसुद्दीन, अब्दुल एजाज अजहरुद्दीन, निसार, अताउल्ला, नूर मोहम्मद, वसीम और सबनम सहित अन्य लोगों ने बताया कि बुधवार को शाम करीब 4 गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मरियम की ओर से बच्चों को चॉकलेट बांटी गई। चॉकलेट खाने के कुछ देर बाद ही बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। चॉकलेट खाने वाले सभी बच्चे उल्टियां करने लगे, वहीं कुछ महिलाओं के शरीर पर भी इन्फेक्शन हो गया।

प्रोटीन मिल्क बार पैकिंग की तारीख 8 नवंबर 2024 लिखी थी। वहीं 5 फरवरी 2025 की एक्सपायरी डेट लिखी थी, जिससे बच्चों के बीमार होने की असली वजह सामने आ गई। ग्रामीणों ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मरियम ने जानबूझकर उनके बच्चों को एक्सपायरी डेट के पैकेट बांटे। ये लापरवाही उनके बच्चों की सेहत के लिए घातक साबित हो सकती है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता केंद्र को बंद कर भागी
पुलिस के पहुंचने से पहले ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता केंद्र को बंद कर वहां से भाग चुकी थी। इसके बाद मामले की पूरी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर कुछ एक्सपायरी डेट के पैकेट अपने कब्जे में लिए और उच्च अधिकारियों को अवगत कराया।

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