अरुणाचल प्रदेश के मैटोन पंसा ने ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट शूटिंग प्रतियोगिता 2025 में जीता स्वर्ण पदक

AIPDM, जो पुलिस अधिकारियों के लिए एक बहुप्रतीक्षित प्रतियोगिता है, में पूरे देश की विभिन्न पुलिस बलों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी गई। राइफलमैन पंसा के शानदार प्रदर्शन ने न केवल उन्हें यह प्रतिष्ठित स्वर्ण पदक दिलाया, बल्कि उन्हें देश के सर्वश्रेष्ठ निशानेबाजों में से एक के रूप में भी स्थापित किया।

इस उपलब्धि की खबर मिलते ही अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने गर्व व्यक्त करते हुए राइफलमैन मैटोन पंसा को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा, “अरुणाचल के लिए स्वर्णिम गौरव! 25वीं ऑल इंडिया पुलिस शूटिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने पर राइफलमैन मैटोन पंसा को बधाई।” मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पंसा की यह सफलता केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि पूरे अरुणाचल प्रदेश के लिए गर्व का क्षण है।

अरुणाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री चोवना मीन ने भी सोशल मीडिया पर पंसा को बधाई दी और कहा, “लॉन्गडिंग जिले के कोन्नू गांव के राइफलमैन मैटोन पंसा द्वारा किए गए कार्यों पर गर्व है। मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ!” उन्होंने पंसा की उत्कृष्टता और प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा कि उनकी यह उपलब्धि राष्ट्रीय स्तर पर अरुणाचल प्रदेश की प्रतिष्ठा को और ऊंचा करती है।

राइफलमैन मैटोन पंसा, जो 2005 से 12 असम राइफल्स का हिस्सा हैं, शूटिंग प्रतियोगिताओं के क्षेत्र में कोई नया नाम नहीं हैं। AIPDM में उनकी यह उपलब्धि उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर मानी जा रही है और यह उनके समुदाय, विशेष रूप से लॉन्गडिंग जिले के वांचो समुदाय के लिए एक बड़ी प्रेरणा है। अरुणाचल प्रदेश के इस समुदाय की समृद्ध परंपराओं और इतिहास से गहरे संबंध हैं, और पंसा की यह सफलता उभरते निशानेबाजों के लिए एक मिसाल कायम करेगी।

इस प्रतियोगिता में, असम राइफल्स ने ओवरऑल चैंपियनशिप का खिताब जीतकर प्रमुख ट्रॉफी अपने नाम की, जबकि बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ओवरऑल रनर-अप ट्रॉफी के साथ दूसरे स्थान पर रही। यह जीत असम राइफल्स की शूटिंग प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठता और उनकी अद्वितीय क्षमताओं का एक और प्रमाण है।

तमिलनाडु पुलिस, जिसने तीसरी बार AIPDM की मेजबानी की, ने देशभर के पुलिस अधिकारियों को अपनी निशानेबाजी कौशल दिखाने के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान किया। यह प्रतियोगिता न केवल सर्वश्रेष्ठ निशानेबाजों को पहचानने का एक अवसर है, बल्कि पुलिस बलों को कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कौशल को और तेज करने में भी मदद करती है।

मैटोन पंसा की यह जीत सिर्फ एक स्वर्ण पदक तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उनके कठोर परिश्रम, अनुशासन और सटीकता का प्रमाण है, जो इस तरह की उच्च दबाव वाली प्रतियोगिताओं में सफलता के लिए आवश्यक हैं। अपने सेवा कार्यों को जारी रखते हुए, पंसा आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बने रहेंगे, न केवल अरुणाचल प्रदेश में, बल्कि पूरे देश में।

पूरा अरुणाचल प्रदेश और असम राइफल्स इस बड़ी जीत का जश्न मना रहे हैं। राइफलमैन पंसा का यह स्वर्ण पदक इस बात का प्रमाण है कि कड़ी मेहनत, समर्पण और उत्कृष्टता की तलाश किस तरह एक व्यक्ति को राष्ट्रीय स्तर पर गौरव दिला सकती है।

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