यूपी ATS ने कानपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के कर्मचारी को किया गिरफ्तार, पाकिस्तानी एजेंट को सीक्रेट जानकारियां भेजने का आरोप

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,19 मार्च।
उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कानपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। इस कर्मचारी पर पाकिस्तान के एजेंट को गुप्त सैन्य जानकारियां भेजने का आरोप है। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि यह आरोपी लंबे समय से भारतीय रक्षा से जुड़ी संवेदनशील सूचनाओं को लीक कर रहा था, जिससे देश की सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता था।

सूत्रों के मुताबिक, यूपी ATS को खुफिया एजेंसियों से सूचना मिली थी कि कानपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से कुछ संवेदनशील जानकारियां विदेश में भेजी जा रही हैं। इस पर एजेंसियों ने मामले की बारीकी से जांच शुरू की और आरोपी की गतिविधियों पर नज़र रखी। कुछ समय तक निगरानी के बाद ATS ने सबूत जुटाए और कानपुर स्थित आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया।

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी सोशल मीडिया और अन्य संचार माध्यमों के जरिए पाकिस्तान के एक एजेंट के संपर्क में था। यह एजेंट उसे सीक्रेट जानकारियां हासिल करने के लिए निर्देश देता था, जिनके बदले आरोपी को पैसे और अन्य लाभ दिए जाते थे। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि आरोपी के संपर्क में और कौन-कौन लोग थे और क्या यह कोई बड़ी जासूसी साजिश का हिस्सा था।

गौरतलब है कि कानपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री भारतीय सेना के लिए हथियार और रक्षा उपकरणों का निर्माण करती है। ऐसे में यहां की गोपनीय जानकारियां लीक होना देश की सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा हो सकता है। यदि ये सूचनाएं पाकिस्तान या किसी अन्य दुश्मन देश के हाथ लग जातीं, तो इससे भारतीय रक्षा तंत्र को गंभीर नुकसान पहुंच सकता था।

यूपी ATS ने आरोपी के खिलाफ कड़ी धाराओं में मामला दर्ज किया है और अब उससे पूछताछ की जा रही है। जांच एजेंसियां यह भी पता लगा रही हैं कि क्या इस मामले में कोई अन्य व्यक्ति भी शामिल है। इसके अलावा आरोपी के बैंक खातों और संचार माध्यमों की भी बारीकी से जांच की जा रही है।

इस घटना ने एक बार फिर देश की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। अब इस मामले की गहन जांच की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। यदि आरोपी पर लगे आरोप सही साबित होते हैं, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले ने यह भी दिखा दिया है कि दुश्मन देश भारत की सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां हासिल करने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं, जिससे सतर्क रहने की जरूरत है।

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