आज कल भीड़ द्वारा हमले की बदती हुए घटना हम सभी का ध्यान अपनी ओर खीच रही है l कही गोरक्षा के नाम पर तो कही शौच के नाम पर l आज यह आम बात हो गई है परन्तु सभी सरकारी इन सब पर ध्यान नहीं दे रही , या तो वो यह चाहती है या उन के कंट्रोल मे सब कुछ नहीं है l
ऐसा ही एक सरकारी विज्ञापन लोगो को हिंसक होने का सन्देश दे रहा है l यह विज्ञापन है भारत सरकार का खुले मे शौचालय जय रहे एक इंसान को बहुत सारी महिलाये घेर लेती है तथा उस इंसान को बंद शौचालय मे जाने को मजबूर करती है l तभी गाना बजता है -दरवाजा बंद तो बीमारी बंद l
दूसरा उदाहरण एक निजी कंपनी का है जिस मे खुले मे शौच कर रहे एक इन्सान को महिलाये घेर लेती है और उन मे से एक उन पर पत्थर भी फेकती है l
कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद मे खुले मे सोच करती महिलावो का फोटो लेने का विरोध करने पर उस आदमी को पीट -पीट कर मर दिया गया l
यह सभी घटनाएं और विज्ञापन कही समाज को हिंसक बनाने मे सहायक तो नहीं बन रहे या यह कही भीड़ के द्वारा हिंसा करना और उस को सही साबित करने का सब प्रयास तो नहीं है l
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