जॉर्ज सोरोस फिर सुर्खियों में: अमेरिकी न्यायपालिका पर प्रभाव बढ़ाने की रणनीति

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,3 मार्च।
94 वर्षीय प्रसिद्ध वित्तपोषक और प्रगतिशील नीतियों के बड़े समर्थक जॉर्ज सोरोस एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार वे अमेरिका की न्यायिक व्यवस्था को प्रभावित करने के अपने प्रयासों को और तेज कर रहे हैं। विशेष रूप से, वे राज्य के सुप्रीम कोर्ट चुनावों में अपनी वित्तीय शक्ति का उपयोग कर रहे हैं, जिनमें आगामी विस्कॉन्सिन सुप्रीम कोर्ट चुनाव भी शामिल है।

ट्रंप की वापसी और सोरोस के बढ़ते प्रभाव पर सवाल

पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा राजनीतिक रूप से सक्रिय होने के साथ ही, सोरोस की गतिविधियों पर दक्षिणपंथी राजनीतिक दलों और मीडिया का ध्यान बढ़ गया है। कई रिपब्लिकन नेताओं का मानना है कि सोरोस अमेरिका की राजनीतिक और न्यायिक प्रणाली को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे देश के पारंपरिक मूल्यों को खतरा हो सकता है।

विस्कॉन्सिन सुप्रीम कोर्ट चुनाव में सोरोस की दिलचस्पी

इस बार जॉर्ज सोरोस ने विस्कॉन्सिन सुप्रीम कोर्ट चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार सुसान क्रॉफर्ड का समर्थन किया है और उनके प्रचार अभियान में 10 लाख डॉलर (1 मिलियन) का भारी भरकम निवेश किया है। यह चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर क्रॉफर्ड जीतती हैं, तो अदालत में 4-3 का उदारवादी (लिबरल) बहुमत बन जाएगा, जो राज्य की राजनीति को प्रभावित कर सकता है।

क्यों चिंतित हैं रिपब्लिकन?

सोरोस के इस कदम पर रिपब्लिकन उम्मीदवार ब्रैड शिमेल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोरोस पर आरोप लगाया कि वे अपने वित्तीय प्रभाव का इस्तेमाल कर विस्कॉन्सिन की राजनीति में हस्तक्षेप कर रहे हैं। शिमेल ने क्रॉफर्ड पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यह चुनाव “पे-टू-प्ले” राजनीति (यानी पैसे के बल पर सत्ता हासिल करने की कोशिश) का उदाहरण है

इस चुनाव का व्यापक प्रभाव

  • राजनीतिक संतुलन: अगर विस्कॉन्सिन सुप्रीम कोर्ट में लिबरल बहुमत बनता है, तो राज्य की कई नीतियों में बदलाव हो सकते हैं।
  • कांग्रेस जिलों का पुनर्निर्धारण: यह अदालत विस्कॉन्सिन के कांग्रेस जिलों को पुनः विभाजित करने का अधिकार रखती है, जिससे रिपब्लिकन पार्टी के प्रभाव को कमजोर किया जा सकता है।
  • राष्ट्रव्यापी असर: विस्कॉन्सिन एक बैटलग्राउंड स्टेट (जहां दोनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर होती है) माना जाता है, इसलिए यहां का फैसला राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक समीकरण बदल सकता है।

निष्कर्ष

जॉर्ज सोरोस की अमेरिकी राजनीति में भूमिका और वित्तीय प्रभाव हमेशा विवादों में रहे हैं। ट्रंप समर्थकों और दक्षिणपंथी नेताओं के लिए वे एक वैचारिक विरोधी हैं, जबकि प्रगतिशील समूहों के लिए वे लोकतांत्रिक मूल्यों के रक्षक हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि विस्कॉन्सिन सुप्रीम कोर्ट चुनाव का नतीजा क्या आता है और इसका अमेरिका की राजनीति पर कितना असर पड़ता है।

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