वार: रविवार
मास: चैत्र (शुक्ल पक्ष)
तिथि: एकादशी : दोपहर 4:12 PM तक, फिर द्वादशी
नक्षत्र: हस्त : रात 8:54 PM तक, फिर चित्रा
योग: वृद्धि : रात 6:42 PM तक, फिर ध्रुव
करण: गर : 04:12 PM तक, फिर वणिज
सूर्योदय: 05:54 AM
सूर्यास्त: 06:51 PM
चंद्रमा: कन्या राशि में
सूर्य राशि: मेष
ऋतु: वसंत
शुभ समय:
ब्रह्म मुहूर्त: 04:20 AM से 05:07 AM
अभिजीत मुहूर्त: 12:00 PM से 12:52 PM
विजय मुहूर्त: 02:36 PM से 03:28 PM
गोधूलि मुहूर्त: 06:38 PM से 07:02 PM
अमृत काल: 04:03 AM (21 अप्रैल) से 05:30 AM
अशुभ समय:
राहुकाल: 04:58 PM से 06:33 PM
यमगंड: 12:16 PM से 01:51 PM
गुलिक काल: 03:25 PM से 05:00 PM
दुष्ट मुहूर्त: 04:35 PM से 05:27 PM
वरज्य: 01:42 PM से 03:12 PM
आज का पर्व/विशेष:
कामदा एकादशी (स्मार्त) : व्रत का पारण कल (21 अप्रैल) प्रातः 06:00 AM से 08:30 AM तक
रविवार विशेष: सूर्यदेव की उपासना से स्वास्थ्य और आत्मबल में वृद्धि होती है।
दिशा शूल: उत्तर दिशा : यात्रा से पहले तुलसी पत्ता लेकर निकलें।
रविवार विशेष:
सूर्यदेव को तांबे के लोटे से जल में लाल पुष्प व अक्षत डालकर अर्घ्य दें।
“ॐ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का 11 बार जाप करें।
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