नई दिल्ली,17 फरवरी। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने युद्ध में दी गई मदद के बदले यूक्रेन के खनिज भंडार में हिस्सा मांगने के अमेरिका के ऑफर को ठुकरा दिया है। यह जानकारी रविवार को अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने दी।
इस डील के तहत अमेरिका ने यूक्रेन के ग्रेफाइट, लिथियम और यूरेनियम समेत सारे खनिज भंडारों में 50% हिस्सेदारी की मांग रखी थी।
अमेरिका का कहना था कि अब तक जो भी मदद यूक्रेन को दी गई है उसके बदले में यूक्रेन के रेअर अर्थ मटेरियल को हमसे बांटे। हालांकि इस डील में ये नहीं बताया गया था कि 50% खनिज लेने के बाद अमेरिका सैन्य और आर्थिक मदद देना जारी रखेगा या नहीं।
US ट्रेजरी सेक्रेटरी कीव में जेलेंस्की को दिया था प्रस्ताव 12 फरवरी को अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने कीव में जेलेंस्की से मुलाकात की थी। तब उन्होंने देश के आधे खनिजों की मांग की थी। यह ट्रम्प प्रशासन के किसी अधिकारी की पहली यूक्रेन यात्रा थी। एक क्लोज डोर मीटिंग में यूक्रेनी राष्ट्रपति इस डील से इनकार कर दिया था।
यूक्रेन के एक अधिकारी और एनर्जी एक्सपर्ट ने रविवार को बताया कि अमेरिका न सिर्फ यूक्रेन के खनिज में हिस्सेदारी मांग रहा था, बल्कि तेल और गैस जैसे प्राकृतिक संसाधनों को भी हथियाना चाह रहा था। अगर ये डील फाइनल हो जाती तो यूक्रेन के संसाधनों से हुई आधी कमाई पर भी अमेरिका का हक हो जाता।
ट्रम्प ने 3 फरवरी को यूक्रेन से डील करने की बात कही थी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 3 फरवरी को कहा था कि वे यूक्रेन से जंग में मदद जारी रखने के बदले रेयर अर्थ मटेरियल (दुर्लभ मृदा संसाधन) को लेकर समझौता करना चाहते हैं। ट्रम्प ने ओवल ऑफिस में मीडिया से कहा था कि अमेरिका ने यूक्रेन को अपने यूरोपीय सहयोगियों के मुकाबले ज्यादा सैन्य और आर्थिक सहायता भेजी है।